Krishnaa Jagdale नेपाळमधील ५ खासदार आणि १ मंत्री यांच्या प्रमुख उपस्थितीत राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी यांची जयंती मी माझ्या संस्थेतर्फे काठमांडूमध्ये 2 ऑक्टोबर 2010 रोजी साजरी करीत आहे. त्याचवेळी भारतात अयोध्याप्रश्नी चिंतेचे सावट आहे. जगाला शांती आणि अहिंसेचा संदेश देणार्या महात्माजींचा फोटो केवळ नोटेवर छापून चालणार नाही; तर त्यांचे प्रेरक विचार आपल्या प्रत्येकाच्या मनात खोलवर रुजणे महत्वाचे आहे.
12 hours ago · ·- 3 people like this.
- Rahul Apte कृष्णाजी तुमच म्हणण बरोबर आहे पण आपल्या देशाला स्वतंत्र मिळाल्यावर गांधीजींचे फोटो, पुतळे, रस्त्याला नाव एवढंच होत राहील.
मला वाटत या माध्यमातून आपण त्यांचेय कोणते कोणते विचार अमलात आणले पाहिजे ह्याची चर्चा करू या.11 hours ago · - Rahul Apte भारत को पश्चिम का अनुकरण नहीं करना चाहिए। भारत को अपनी संस्कृति. विरासत व मूल्यों के आधार पर विकास की राह पर आगे बढना चाहिए। गांधी जी ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक हिन्द स्वराज में लिखा है – अंग्रेजों के विकास माडल को अपनाने से भारत, भारत नहीं रह जाएगा और भारत सच्चा इंगलिस्तान बन जाएगा।11 hours ago ·
- Rahul Apte गांधी जी का यह स्पष्ट मानना था कि देश में ग्राम आधारित विकास होने की आवश्यकता है। ग्राम आधारित विकास के लिए भारत जैसे देश में गाय का कितना महत्व है, उनको इस बात का अंदाजा था। गांधी जी ने गौ रक्षा को हिन्दू धर्म का केन्द्रीय तत्व कहा है। गांधी जी कहते थे कि जो हिन्दू गौ रक्षा के लिए जितना अधिक तत्पर है वह उतना ही श्रेष्ठ हिन्दू है। गौरक्षा के लिए गांधी जी किसी भी सीमा तक जाने के लिए तैयार थे।11 hours ago ·
- Ratan Jagtap अहिंसे के बाद अगर गंधीबाबा का सर्व श्रेष्ट उपदेश होगा तो वो "स्वछता" हे हो सकता हे क्यू अपने घर ,गाव,शहर की स्वछता इंसान में शिस्त बडती हे और शिस्त से विकासकी गति बडती हे विकास ही गति बदनेसे उन्नति दिशा तय होने से समानता की राह मिल सकती हे ! तो चलो ये सालसे हम स्वछता अभियान को जादा तव्जुब दे11 hours ago · · 1 personLoading...
- Rahul Apteमहात्मा गांधीजीने स्वतन्त्र भारत के पुनर्निर्माण के लिए रामराज्य का स्वप्न देखा था। वे कहा करते थे कि “नैतिक और सामाजिक उत्थान को ही हमने अहिंसा का नाम दिया है। यह स्वराज्य का चतुष्कोण है। इनमें से एक भी अगर सच्चा नहीं है तो हमारे स्वराज्य... की सूरत ही बदल जाती है। मैं राजनीतिक और आर्थिक स्वतन्त्रता की बात करता हँ। राजनीतिक स्वतन्त्रता से मेरा मतलब किसी देश की शासन प्रणाली की नकल से नहीं है। उनकी शासन प्रणाली अपनी-अपनी प्रतिभा के अनुसार होगी, परन्तु स्वराज्य में हमारी शासन प्रणाली हमारी अपनी प्रतिभा के अनुसार होगी। मैंने उसका वर्णन ‘रामराज्य’ शब्द के द्वारा किया है। अर्थात विशुद्ध राजनीति के आधार पर स्थापित तन्त्र। मेरे स्वराज्य को लोग अच्छी तरह समझ लें, भूल न करें। संक्षेप में वह यह है कि विदेशी सत्ता से सम्पूर्ण मुक्ति और साथ ही सम्पूर्ण आर्थिक स्वतंत्रता। इस प्रकार एक सिरे पर आर्थिक स्वतंत्रता है और दूसरे सिरे पर राजनीतिक स्वतंत्रता, परन्तु इसके दो सिरे और भी हैं। इनमें से एक है नैतिक व सामाजिक और दूसरा धर्म। इसमें हिन्दू धर्म, इस्लाम, ईसाई वगैरह आ जाते हैं। परन्तु एक जो इन सबसे उपर है, इसे आप सत्य का नाम दें सकते हैं। सत्य यानि कि केवल प्रासंगिक ईमानदारी नहीं बल्कि वह परम सत्य जो सर्व व्यापक है और उत्पत्ति व लय से परे है।”See More9 hours ago ·
- Mahesh Rajopadhye cngr888888 are wah khup chan2 hours ago ·
- Navnath Lokhande Mahatma Gandhi shiway India madhe koni mahan neta jhalach nahi ka ? Tilak, Agarkar, Gokhale,Savarkar, Bhagat Singh, Chafekar,Sukhdev asha lokanchi jayanti tumha lokana ka athawat nahi ?51 minutes ago ·
- Sunil Bhumkar naki kuthale vichar eka galavar marali tar dusara udhe kara?11 minutes ago ·
- Sunil Bhumkar kharatar gandhi navachi dhul ji bhali ahe aapna sarvanchya ti pusayachi ve aali aahe10 minutes ago ·
- Sunil Bhumkar gandhinche vichar jar pahijet tar ramayan mahabharat vacha ki
tyasathi adhrvat dyan kay kamache
ramaayan mahabhrat mhnaje murtimnt ahinsa he shikvnyasathi kuna gandhi garaj ti kay?7 minutes ago · - Sunil Bhumkar je dharmgrnthat aahe tech jar kuni sangital tar te tavtdnyan tyanvh kase kay?6 minutes ago ·
- Sunil Bhumkar hich vel aahe gandhi nvachya duswpnatun bhaer yaychi5 minutes ago ·
- Sunil Bhumkar sarkarne muddamch lokana darubaj kele
dry day mule kalae ki gandhi aaj gele he 2 oct. la vacha4 minutes ago · - Sunil Bhumkar rashtr pita,,,?
mag rashtr mata kuthya?
aani nasel tar bharat desh hi kay anouras santati aahe?
ki asa desh kunihi yava aani aaplya navachi tikali lavavi?about a minute ago ·
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